महिला आरक्षण और पुराने संसद भवन को मिला नया नाम – नारी शक्ति वंदन विधेयक लोकसभा में पेश – सविंधान सदन

गणेश चतुर्थी  के दिन यानी  19  सितम्बर  को नए संसद भवन में सरकार  ने दोपहर महिला आरक्षण  बिल पेश किया समय था 2 .12  मिनट | कानून मंत्री  श्री अर्जुन राम मेघवाल ने ध हम आज  नारी शक्ति वंदन विधेयक ( महिला आरक्षण बिल ) संसद भवन में लेन जा रहे है |  अभी लोकसभा में 82  महिला सांसद हैं,  इस बिल के पास होने के पश्चात 181  महिला सांसद हो जावेंगी |

आज की ये  तारीख इतिहास में अमरत्व को प्राप्त करने जा रही है

श्री नरेंदर मोदी  ने कहा कि  19  सितम्बर 2023  की ये तिथि  इसीलिए इतिहास में अमरत्व को प्राप्त करने जा रही है | आज जब नारी  हर सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ रही है | नेतृत्व क्र रही है तो बहुत जरूरी  है कि निति निर्धारण में हमारी  माताएं, बहने,  हमारी नारी शक्ति ज्यादा से ज्यादा योगदान दें | नारी महत्वूपर्ण भूमिका निभाएं | आज इस इतिहासिक मौके पर नए संसद भवन में पहली कार्यवाही  के मौके पर देश ने नए बदालव का आह्वान किया है | देश के नारी शक्ति के लिए सभी सांसद मिलकर नए प्रवेश द्वार खोल दें |

प्रधनमंत्री नरेंदर मोदी ने आगे कहा  कि  माताओं और बहनो को आश्वस्त करता हूँ कि  इस नारी शक्ति वंदन अधिनियम  बिल  पर क़ानून बनाने के लिए संकल्पबद्ध  है | मैं संसद भवन सभी साथियो से आग्रहपूर्वक निवेदन करता हो कि सर्वसम्मति से जब नारी शक्ति वंदन अधिनियम  कानून बनेगा तो इसकी ताकत अनेक गुना बढ़ जावेगी |  इस लिए में दोनों सदनों के माननीय सांसदों से इसे सर्वसम्मति से पारित करने की प्रार्थना करता हूँ |  ततपश्चात महिला आरक्षण  बिल ( नारी शक्ति वंदन अधिनियम ) लोक सभा में पेश किया गया |

इससे पहले नरेंदर मोदी ने कहा की चंद्रयान -3  की गगनचुंबी सफलता प्रत्येक देशवासी  को गर्व से भर देती है | हमारे देश की अध्यक्षता में जी 20  का असाधारण  आयोजन विश्व में प्रभाव प्राप्त करने जैसे अनूठी  उपलब्धि हसिक करने में मौक बन गया |   इसी आलोक में आधुनिक भारत और प्राचीन लोकतंत्र का प्रतीक नए संसद भवन का सुभारम्भ   हुआ है |

नारी शक्ति वंदन अधिनियम  के मुद्दे पर कांग्रेस ने श्रेय लेने की कोशिश की |  कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी  के  बयान पर हंगामा हुआ | कांग्रेस नेता का कहना था कि  मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान बिल लाया गया था | इस पर अमित शाह ने खा कि  हम न्य बिल लाये है | आपकी जानकारी गलत है |

ततपश्चात विपक्षी सांसदों ने बिल की कॉपी को लेकर  हंगामा किया | सांसदों का कहना था कि  उन्हें बिल की कॉपी  नहीं मिली है | सरकार का कहना था कि  बिल को अपलोड कर  दिया गया है |

नई संसद में नरेंदर मोदी ने अपने पहले स्पीच में कहा, ये नारी शक्ति वंदन अधिनियम महिलियों  के लिए इतिहास बनने जा रहा है | महिला आरक्षण पर काफी चर्चा हुई, महिला  आरक्षण बिल की केबिनेट  ने मंजूरी दी है |  आज हमारी सरकार सविंधान संशोधन बिल पेश कर रही है | नरेंदर मोदी ने कहा की लोक सभा और विधान सभा में महिलाओं को आरक्षण मिलेगा | इस पवित्र कार्य के लिए भगवान् ने मुझे चुना है |

महिला आरक्षण बिल  कब कब संसद में आया 

महिला आरक्षण बिल सबसे पहले  सितम्बर 1996  में देवगौड़ा के समय  में आया था, बो भी 11 वी  लोकसभा में |  दूसरा 1998  में अटल बिहारी की सरकार में 12 वी  लोकसभा में महिला आरक्षण आया |  उसके बाद 13वी  लोकसभा में  दिसंबर 1999  में अटल बिहारी की सर्कार के समय बिल दोबारा आया | मई 2008  में मनमोहन सिंह सरकार में राज्य सभा में यह बिल लाया गया था |

प्रधान मंत्री नरेंदर मोदी का कहना है की शायद भगवान् ने इस पवित्र काम के लिए मुझे चुना है

नई संसद में पहले भाषण में पीएम मोदी ने कहा महिला आरक्षण को लेकर संसद  भवनमे पहले भी प्रयास हुए है |  1996  में पहली बार बिल पेश हुआ | अटल बिहारी के कार्यकाल में दो बार महिला आरक्षण बिल पेश किये गया परन्तु उसे पास कराने के लिए आंकड़े नहीं जूता पाए | शायद भगवान् ने  ऐसे कई पवित्र कार्य के लिए मेरे को चुना है | एक बार फिर  मोदी सरकार ने कदन बढ़ाया है | इस लिए कल ही महिला आरक्षण बिलको केबिनेट में मंजूरी दीगई है |

मिला नया नाम पुराने  संसद भवन को

संसद के विशेष सत्र  के दौरान प्राइम मिनिस्टर नरेंदर मोदी ने कहा मेरी प्रार्थन और सुझाव है कि  जब हम नए संसद भवन में जा रहे है तो पुराने संसद भवन की गरिमा को कभी कम नहीं होने देना चाहिए | इसे सिर्फ  पुराना संसद  भवन कहकर छोड़ दें, ऐसा नहीं होना चाहिए | अगर आप सब की सहमति हो तो इसे आने वाले समय में सविंधान सदन के नाम से जाना जावे |


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