Independence Day 15 अगस्त पर अंग्रेजी और हिंदी में कविता – स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी और अंग्रेजी में Poem Hindi 2019
ना हिन्दू बन कर देखो – ना मुस्लिम बन कर देखो – बेटों की इस लड़ाई में – दुःख भरी भारत माँ को देखो
Indpendence Day (स्वतंत्रता दिवस) 15 अगस्त पर कुछ महत्वपूर्ण कविताये
आओ प्यारे वीरों आओ,
देश-जाति पर बलि-बलि जाओ,
एक साथ सब मिलकर गाओ,
प्यारा भारत देश हमारा,
तिरंगा ऊँचा रहे हमारा।
मोहब्बत का दूसरा नाम है मेरा देश
अनेको में एकता का प्रतीक है मेरा देश
चंद गैरों की सुनणा हमे गवारा नहीं
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सभी का प्यारा है मेरा देश |
मित्रों, सबसे पहले तो आप सबको स्वतंत्रता दिवस (Indpendence Day) की बहुत बहुत शुभकामनाएं|
हम सभी देशवासी मिलजुल कर आजादी के इस त्यौहार को बड़ी ख़ुशी से और उत्साहित होकर मनाते है परन्तु हम सबको यह नहीं भूलना चाहिए कि अपने देश की आजादी को पाने के लिए हमने कितना कुछ खोया है | क्यूंकि भात के लिए बिर्टिश शासन से आजादी पाना इतना आसान नहीं था जितनी आसानी से हम इस दिन आजादी का जश्न मनाते है | हमारे देश के कुछ महान स्वतंत्रता सेनानियों ने इस को सच करके दिखा दिया | उन महत्वपूर्ण लोगो ने अपने देश को आज़ादी दिलाने के लिए अपने आराम और स्वतंत्रता को त्याग दिया था। हम, हर साल (15 अगस्त) स्वतंत्रता दिवस उन्हीं स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने और याद करने के लिए मनाते हैं। इस आर्टिकल में 15 अगस्त की दिल को छु लेने वाली देशभक्ति कविताएँ शामिल की हैं|
भारत और पाकिस्तान दोनों 14 अगस्त को आज़ाद हुए फिर हम 15 को झंडा क्यों फहराते हैं
14 अगस्त की मध्यरात्रि में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने आपने ऐतिहासिक भाषण दिया था, तब महात्मा गाँधी बंगाल में थे और जल्दी सो जाने की वजह से वे इस भाषण को सुन नहीं सके | 15 अगस्त 1947 को प्रधानमंत्रीने लालकिले पर झंडा नहीं फहराया था बल्कि 16 अगस्त को फहराया था| इसके पश्चात हर दिन 15 अगस्त को ही प्रधान मंत्री लालकिले से देश के नाम अपना सम्बोधन करते है उसी दिन झंडा फहराना तय कर दिया गया| देशवासी प्रतिवर्ष इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं| यहाँ हम 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति कविता लेकर आये हैं जो आपमें अपने देश के प्रति प्यार और देश भक्ति का जुनून पैदा करेंगी। 15 अगस्त की कविता हिंदी में जरा पढ़िए
हाँ मैं भारत देश का वाशी हूँ,
इस मिट्टी का कर्ज चुकाऊंगा,
जीने का दम रखता हूँ,
तो देश के लिए मरकर भी दिखलाऊंगा,
नजर उठा के देखना ऐ दुश्मन मेरे भारत देश को,
मरूंगा मैं जरूर पर तुझे मारकर ही मरूंगा,
कसम मुझे भारत माँ की मिट्टी की,
कुछ ऐसा मैं कर जाऊंगा,
हाँ मैं इस देश का वाशी हूँ,
इस माटी का कर्ज चुकाऊंगा।
73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप सभी को मोबाइल के जरिए मैसेज भेजेंगे| अपने व्हाट्सऐप और फेसबुक पर स्वतंत्रता दिवस का स्टेटस भी लगाएंगे, परन्तु इन सबके साथ आप इस 15 अगस्त की बधाई शायरी से दें| आपके लिए यहां कुछ फेमस शायरी दी जा रही हैं, जिन्हें आप भेजकर इस Happy Indepencence Day की बधाई दें| आजादी के जश्न के नाम की ये शायरी आपको और आप जिनको भेजेंगे, सभी को बहुत पसंद आने वाली है- जय भारत – जय हिन्द |
यह धर्म न हिन्दू का है न ही मुस्लिम का,
यह धर्म तो बस इंसानियत का है,
ये भूख से बिलखते बच्चो से पूछो,
सच क्या है? झूठ क्या है?
किसी मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे से नहीं
बेगुनाह बच्चे की मौत पर किसी मां से पूछो,
देश का सपूत बनना है तो अपने कर्तव्य को जानो,
अधिकार की बात न करों देश के लिए जीवन न्यौछारो !!!
एक वीर सैनिक ने क्या खूब कहा है
किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूं,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूं,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत मां,
मैं अपनी मां की बाहों को तरसता छोड़ आया हूं !!
जय भारत माँ, जय हिन्द, वन्देमातरम् !!!
लाल किले से पीएम मोदी का बड़ा ऐलान- भारत के पास जल्द ही होगा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ
प्रधान मंत्री नरेंदर मोदी लाल किले की प्राचीर से आज़ादी की 73 वीं वर्षगांठ के मौके पर जहां एक तरफ भारत सरकार की तरफ से उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों का जिक्र किया तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने रक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी घोषणा कर दी|
प्रधानमंत्री जी ने कहा – “हमारे जवान हमारा गर्व हैं। बलों के बीच आपसी तालमेल को बढ़ाने के लिए लाल किले से महत्वपूर्ण घोषणा करना चाहता हूं| भारत के पास जल्द चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होगा। यह बलों को और ज्यादा प्रभावी बनाएगा| ” उन्होंने कहा कि तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल और उन्हें प्रभावी नेतृत्व मुहैया कराने के लिये ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनाया जाएगा|
भारत देश हमारा प्यारा|
सारे विश्व में हैं न्यारा।
अलग अलग हैं यहाँ रूप रंग|
पर सभी एक सुर में गाते|
झेंडा ऊँचा रहे हमारा|
हर परदेश की अलग जुबान|
पर मिठास की उनमे शान|
अनेकता में एकता पिरोकर|
सबने मिल जुल कर देश संवारा|
लगा रहा हैं भारत सारा|
‘हम सब एक हैं’ का नारा| सबसे न्यारा भारत देश हमारा
बहुत सालों तक ब्रिटेन देश के जुल्मों का पश्चात 15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटिश राज से आज़ाद हुआ था| देश को गुलामी की परतंत्रता से आज़ादी दिलवाने के लिए लाखो वीरों ने बलिदान दिया था और अपने प्राणो की बाज़ी लगाई थे, उन वीरों में से कुछ ऐसे वीरों के नाम है, जो इतिहास के पन्नों पर सुनहरे अक्षरों में लिख दिए गए हैं|
उनमे लाला लाजपत राय, भगत सिंह, सरदार वल्ल्भ भाई पटेल, बाल गंगाधर तिलक, नेता जी सुभाष चंद्र बोस, चंद्र शेखर आज़ाद, सुखदेव, लाल बहादुर शास्त्री, महात्मा गाँधी, रानी लक्ष्मी बाई, तात्या टोपे, मंगल पांडे, नाना साहब, जवाहर लाल नेहरू, राजगुरु समेत कई नाम शामिल है| यह देश के कुछ ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी और शूरवीर थे, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह करने का साहस भरा था और अपने आंदोलनों से अंग्रेजों की नींदें हराम कर दी थीं|
कस ली है कमर अब तो, कुछ करके हम दिखाएंगे,
आजाद ही हो लेंगे, या सर ही कलम करा देंगे
हटने के नहीं पीछे, डरकर हम कभी जुल्मों से
देश के लिए तुम हाथ उठाओगे, हम पैर आगे बढ़ा देंगे
बेशस्त्र नहीं हैं हम सब , बहुत बल है हमें चरख़े का,
चरख़े से ज़मीं को हम, ता चर्ख़ गुंजा देंगे|
परवाह नहीं कुछ दम की हमको , ग़म की नहीं, मातम की| .
होठों पे सच्चाई रहती है, जहां दिल में सफ़ाई रहती है|
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं|
जिस देश में गंगा यमुना बहती है|
मेहमान जो हमारा होता है, वो हमको जान से प्यारा होता है|
ज़्यादा की नहीं लालच हमको, थोड़े मे ही गुज़ारा होता है|
बच्चों के लिये जो धरती माँ, सदियों से सभी कुछ सहती आई है|
हम उस देश के वासी हैं, हम उस देश के वासी हैं|
जिस देश में गंगा यमुना बहती है|
भले ही हाथो में चूड़ी खनके
छन छन करते पायल झुमके
भारत देश की है हम प्रचंड नारी
वक्त पड़ने पर उठाएंगे तलवारे भारी |